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Wednesday 8 April 2015

Hasan Nasrallah speech on Yemen in Hindi (28 March, 2015)

  • Syed Hasan Nasrallah ki speech Saudi Arab ke Yemen par hamle ke fauran baad


    आज हम यमन पर हमले पर गुफ्तगू करते है
  • यमन पर हमारा रुख व्यक्तिगत और एक संगठनात्मक स्तर पर होना चाहिए; इन रुख के आधार पर हमें अलग अलग नहीं किया जाना चाहिए
  • यमन पर सऊदी आक्रामकता के पहले कुछ घंटों में, लेबनान के “साद अल हरीरी” ने जल्दी से सऊदी अरब के बचाव का रुख ले लिया
  • हिजबुल्लाह हमेशा राष्ट्रीय वार्ता के महत्व को ध्यान में रख कर फैसले लेता है
  • बेशक,लेबनान में प्रेसिडेंट का न होना एक बहोत बड़ा खतरा है, लेकिन  कुछ लोग इस बात के लिए भी ईरान को ज़िम्मेदार ठहरा रहे है.
  • ये बात ध्यान में रखने की  ज़रूरत है की इसके लिए ईरान नहीं बल्कि सऊदी अरब की वीटो पॉलिसी है, जिसके तहत सऊदी प्रेसिडेंट  कैंडिडेट्स को रिजेक्ट कर रहा है
  • जब बात राष्ट्रपति चुनाव पर आती है, हिजबुल्लाह खुद फैसले करता है - ईरान नहीं
  • जब  हमने सुना की सऊदी अरब ने यमन पर हमला कर दिया है, और ये भी सुना कि एक गठबंधन भी बनाया गया है, ये सब क्या हो रहा है?
  • वाह! अरब की शर्मो हया  और हक़त को  तो देखो! खैर, 1948 के बाद से - फिलिस्तीन मज़लूम है, आपका “तूफान” कहां था?
  • फिलिस्तीन 1948 के बाद से मज़लूम है - लेबनान 1982 के बाद से मज़लूम है; हमने आप से कुछ भी नहीं सुना। न कोई गठबंधन। कुछ भी नहीं
  • कुछ लोग कह रहे है, गठबंधन सुन्नियों के बचाओ लिए बनाया गई है। फिलीस्तीनि सुन्नियों हैं; उनके गठबंधन कहाँ है?
  • हमने तारीख में देखा है की अरबो पर बहोत बड़ी मुसीबतें पड़ी, लेकिन आपका “तूफान" पहली बार दिखा. आप ने फिलिस्तीन के खिलाफ साजिश रची है
  • आप ने फिलिस्तीन को इजरायल और अमेरिका को बेच दिया! आप अरबों की रक्षा करने का दावा करते हो? फिलिस्तीन में अरबों का क्या हुआ?
  • इसराइल तुम्हारी आँखों में एक दुश्मन कभी नहीं था। यह इसका  सबूत है।
  • यमन पर आक्रमण के लिए कारण क्या है? ठीक है, तुम एक कानूनी राष्ट्रपति के अधिकार को बहाल करना चाहते हैं?
  • अगर हमें देखे तो मिस्र में - मुबारक पर आपकी पोजीशन नेगेटिव थी; वह क़ानूनी राष्ट्रपति था? - तुम उसका साथ दे रहे थे?
  • फ़र्ज़ करते है की मुबारक वैध था; हम कहते हैं, फिर क्यों तुमने मिस्र के लोगों के खिलाफ एक गठबंधन नहीं बनाया था? आपके बहाने एक झूठ है।
  • ठीक है, चलो युद्ध के लिए दूसरा बहाना सुन लेते है। जाहिरन, यमन की स्थिति से सऊदी अरब को खतरा है? आपके सबूत कहां है?
  • तुम एक युद्ध की शुरुआत कर रहे हो! यह कोई मज़ाक नहीं है! आप इन बकवास बहानो का उपयोग नहीं कर सकते हैं। क्या आपका दीन बुश है ?!
  • यमन सऊदी अरब के लिए खतरा है? इस तरह की सैन्य क्षमताओं के बावजूद भी सऊदी अरब के लिए खतरा हैं?
  • तुम एक जंग चाहते हो? इसराइल पर? हम आपके साथ शामिल हो जाएगे! लेकिन एक और अरब देश पर एक ज़बरदस्ती जंग? कभी नहीं।
  • क्युकी यमन एक गरीब देश है, तुमने जीसीसी में उसे नहीं जाने दिया। अब आप इसे आजाद कराने के लिए जंग करना चाहते हैं?
  • आइये सउदी विदेश नीति पर नजर डालते हैं। कब सऊदी विदेश नीति कामियाब हुई है?
  • सऊदी राजाओ को इंसान समझ में नहीं आते. वे लोकप्रिय वैधता नहीं समझ सकते.  हर कोई उन्हें एक भेड़ दिखाई देता है.
  • ठीक है, चलो एक और बहाना करने के लिए सुनते है --  "यमन के ईरान के कब्जा" - बहोत खूब. मुझे एक गिरी हुई बीमार सोच से बात करने दीजिये
  • चलो एक मिसाल देखते हैं; इसराइल ने लेबनान पर कब्जा कर लिया था, आप सभी ने हमें धोखा दिया। हम इजराइल से लड़ाई करना चाहते थे; ईरान की मदद की - तुमने नहीं की।
  • ईरान समस्या नहीं है; आप खुद एक हारे हुए खिलाडी हो. आपका अंदाज़, आपकी धोखेबाज़ी अरब लोगो को ईरान की तरफ ले जा रही है।
  • हम हम दर्द से चिल्ला रहे थे, तब ईरान ने हमारी मदद की है - हमारे साथ सहानुभूति की। जबकि हम ईरानियों नहीं थे। हम लेबनान के थे!
  • चूँकि आप लेबनान के इसरायली विरोध को नहीं समझते; आपके नज़दीक जो कुछ ईरान के ज़रिये मदद आती है वह एक "फिरकावाराना ईरानी" मदद होती है!
  • क्या ईरान का लेबनान में प्रभाव है? क्या ईरान को हमारा एहतेराम हासिल है? हाँ। क्या ईरान ने हम पर कभी कब्जा करना चाहा है? कभी नहीं!
  • क्या ईरान हम पर अपने फैसलो को लागू करा सकता हैं? यह ऐसा करने में ईरान कभी कामियाब नहीं होगा। लेकिन यह हमारे लिए काफी है की ईरान की ईरान हमें समर्थन करता है।
  • आपके पास अरबों डॉलर है, वह हमें नहीं चाहिए. हमें आपके जनरल नहीं चाहिए और आपका "तूफान" भी नही. हमें तो बस फिलिस्तीन के लिए मानवीय मदद चाहिए
  • ईरान आप की और अमेरिका की वजह से घिरा हुआ है और अलग कर दिया गया है. फिर भी ईरान फिलिस्तीन में मदद करता है। क्या फिलीस्तीनी मसला ईरानी है ?
  • ठीक है! मुझे तो  फिलीस्तीनी मसला एक ईरानी  मसला लगता है! अब तो आपको ईरान को ख़त्म कर देना चाहिए! चलिए आगे बढ़िए।
  • आइये हम इराक चलते हैं, तुम वहाँ पर "ईरान के कब्जे" के बारे में शिकायत करते हैं, आप ने ईरान के खिलाफ सद्दाम को जंग में माल और हथियार से मदद दे कर हजारों को मार डाला
  • आओ और सच्चाई सुनो! किसने इराक में आत्मघाती बम को माली मदद दी? जिसके वजह से सुन्नी , शिया, कुर्द, आदि मारे गए..? सऊदी खुफिया एजेंसी ने
  • तो फिर हमें आईएसआईएस और अल-कायदा दीखते है; जिनका इस्तेमाल तुमने सीरिया के शासन को नीचे ले जाने के लिए करना चाहते। तुम ही बताओ, वो काम कैसे किया?
  • आप इराकी लोगों से क्या उम्मीद करते हैं? पहले सद्दाम को माली मदद की, फिर अमेरिका को सद्दाम के खिलाफ मदद की, फिर अब  आईएसआईएस को मदद कर रहे हो
  • जब आईएसआईएस पुरे इराक पर कब्जा करने के बारे में तैयारी कर रहा था जब कौन पहले इराकी लोगों की मदद की? शिया, कुर्द आदि की ... क्या वह ईरान नहीं था?
  • तुम हारे हुए हो! तुम गैर जिम्मेदार हो! तुमने इराकी लोगों को धोखा दिया है! और अब तुम ही ईरान के बारे में शिकायत कर रहे हैं?
  • असद हुकूमत को नीचे लाने के लिए तुमने सीरिया को नष्ट करने का फैसला किया - तुमने राजनीतिक समाधान को रोका
  • कौन सीरिया को जला रहा है? यह दिखती बात है - सऊदी अरब और उसके सहयोगियों। ईरान एक राजनीतिक समाधान का समर्थन कर रहा है
  • फिर तुमने हिज़्बुल्लाह पर इलज़ाम लगाया के वो सीरिया पर कब्ज़ा करना चाहता है. यह एक भद्दा मज़ाक है. एक पोलिटिकल पार्टी एक देश पर कैसे कब्ज़ा कर सकती है?
  • ईरान ने हमें कोई आदेश नहीं दिया, न  क्षेत्रीय न स्थानीय स्तर पर, - हम एक एक स्वतंत्र संगठन जिसके सहयोगियों और दोस्तों अलग है और हम अपने फैसले खुद करते है
  • ऐ फिलिस्तीनी मसले को मदद करने वालो…! क्या ईरान ने तुम से कभी भी कुछ भी करने के लिए आदेश दिया है? इसी तरह इराक में सीरिया में या लेबनान में
  • ईरान एक फारसी साम्राज्य नहीं है; वहां पहले शाह हुकूमत करता था, जो तुम्हारा अपना  सहयोगी और दोस्त था - जिसने अरब भूमि पर कब्जा कर के एक ईरानी साम्राज्य बनाया था
  • इमाम सैयद अली ख़ामेनई पूरे मुस्लिम उम्मा के इमाम है।
  • ईरान हम पर कब्जा करना नहीं चाहता है। यह शाह और शाही ईरान नहीं है। चीजें बदल गई; तुम्हें भी चाहिए की तुम बदलो
  • जिस वक़्त सऊदी अरब ने हमास को ईरान के साथ संबंधों में कटौती करने के लिए कहा तो हमास ने सऊदी से कहा हमें हथियार दे और हम संबंधों में कटौती करेंगे
  • लेकिन तुम  फिलीस्तीनियों का समर्थन नहीं करना चाहते हो; क्योंकि वहाँ अमेरिका है, इसराइल है, वहाँ तुम हिम्मत नहीं करोगे
  • जब हम फिलिस्तीनी मसले के बारे में पूछते हैं, तो हमें सिर्फ ईरान और सीरिया ही दिखाई देते है जो इस मसले को समर्थन करेंगे और इसे हमेशा इसके लिए लगे रहेंगे
  • ठीक है, वापस यमन की तरफ आते है  - तुम हमेशा यमन में दखल: देते रहे;  तुम हमेशा अपनी राजनीति का बोलबाला मनवाते रहे; तुमने हमेशा चाहा की यमन अस्थिर रहे
  • क्या तुमने होउसी समुदाय पर 6 युद्धों का समर्थन नहीं किया? वे तुम्हारे साथ एक राजनीतिक समाधान का समर्थन चाहते थे; तुमने एक नहीं सुनी
  • तुम शिकायत करते हो की होउसी ईरान के तहत काम कर रहे हैं। उनके तो कतर के साथ भी संबंध थे
  • यमन के लोग खुद उनके भविष्य का फैसला करेगे; न हीं सऊदी अरब ना ईरान। ईरान ऐसी सब बातो में हस्तक्षेप नहीं करना चाहता
  • सभी अरब लोगों कान खोल कर सुने, विशेष रूप से सऊदी लोग सुने - इस जंग का असली कारन ये है कि सऊदी अरब यमन में हार चूका है
  • सऊदी अरब डर  गया है क्युकि यमनी अवाम अब आज़ाद हो चुकी है और सऊदी इसे हरगिज़ बर्दाश्त नहीं करेगा
  • अल सउद अपने ही लोगों और सैनिकों को अपने फायदे की खातिर यमन में मारना चाहता है
  • अब हम यह कहते हैं - हम यमन पर इस अमेरिकी / सऊदी आक्रमण की निंदा करते है; इस मसले का सिर्फ एक ही हल है और वो है राजनीतिक समाधान है, और कुछ नहीं है
  • हम इस युद्ध में भाग लेने वाले देशों के लोगों से सवाल करते है; आप अपने राजाओ की इस जंग का समर्थन करते हैं? क्या आपको इसमें मज़ा आ रहा है?
  • और मै हैरान हूँ कि फिलीस्तीनी अथॉरिटी - अबू माज़न! तुम भी इस युद्ध का समर्थन कर रहे हो? तुम्हारे पास कोई लॉजिक नहीं है!
  • हम यह कहते हैं कि येमेनी लोगों को इस आक्रामकता का विरोध करने का अधिकार है! और जीत उन्ही की होगी! यह एक अल्लाह का दिया हक़ है!
  • सऊदी अरब के राजाओं के पास अपने पड़ोसियों के साथ शांति से रहने के लिए राजनीतिक समाधान के लिए एक मौका है, है; हम इसे समर्थन करते हैं।
  • आज अरब लोगों पर एक जिम्मेदारी है! अपनी सरकारों को चेतावनी दो और उन्हें रोको। हम सऊदी के लोगों को प्यार करते हैं और उनका सम्मान करते है
  • वस सलाम व रहमतुल्लाह

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